वाल्मीकि भाईचारे से कैंडिडेट एडवोकेट अश्विनी बगानिया कांग्रेस की लोकसभा रिजर्व सीट पर बने सबसे चर्चित कैंडिडेट, अथक परिश्रम और ईमानदारी दिखा रहे अपना असर..

02/04/2024: आपको बता दें कि कांग्रेस हाई कमान ने अब की बार लोकसभा इलेक्शन में चार में से दो वाल्मीकि समाज के कैंडिडेट को देने का मन बना लिया लगता है. पंजाब में चार रिजर्व सीट है जालंधर, होशियारपुर ,फतेहगढ़ साहिब और फरीदकोट ,इन चार रिजर्व सीट में से दो  सीट वाल्मीकि  समाज के कैंडिडेट को मिल सकती है जिसमें फतेहगढ़ साहिब सीट  और फरीदकोट का नाम प्रमुख दिख  रहा है जिसमें वाल्मीकि समाज के कैंडिडेट्स का ही नाम इन दोनों सीटों पर चल रहा है  और इस वक्त इस समाज में से कई नाम चर्चा में चल रहे हैं परंतु प्रमुख नामो  में एडवोकेट अश्विनी बगानिया और सुखविंदर सिंह डैनी है इनमें भी एडवोकेट अश्विनी बगानिया का नाम अधिक चर्चा में है क्योंकि वह राजनीति में फ्रेश चेहरा है कांग्रेस के लिए इस बार उन पर इस समाज में से दांव लगा सकती है. क्योंकि वह ग्रास रूट के वर्कर  हैं और पंजाब कांग्रेस में भी अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं और इस वक्त वह मालवा जोन 1 के इंचार्ज और वाइस चेयरमैन ,पंजाब कांग्रेस एस सी डिपार्मेंट से  है और सोशल वर्क से जुड़े होने के नाते वह पंजाब कांग्रेस की राजनीति में उभर कर सामने आए हैं और उनको कई धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का समर्थन मिलने के कारण वह समाज की पहली पसंद बनकर उभर रहे हैं और वह कांग्रेस में पिछले 19 सालों से काम  कर रहे हैं उनके साथ बुजुर्गों का साथ होने के साथ साथ  नौजवानों का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है उनके साथ जुड़े  सभी संगठनों को उम्मीद है कि फतेहगढ़ साहिब सीट से उनके नाम पर मोहर लग सकती है उनके समर्थक लोगों का दावा है कि एडवोकेट अश्विनी बगानिया को अगर हाई कमान फतेहगढ़ साहिब से इस बार सीट देती है तो जिस जिस लोकसभा हलके में उनके समाज के लोग अधिक है वह सभी सीट्स  कांग्रेस पार्टी ही जीतेगी दूसरी ओर सुखविंदर सिंह डैनी का नाम भी चर्चा में चल रहा है उनका नाम फरीदकोट सीट पर चर्चा में है अगर वाल्मीकि समाज  को दो सीट्स मिलती हैं तो सुखविंदर सिंह डैनी का नाम भी चर्चा में है परंतु फरीदकोट लोकसभा सीट के लोगों का कहना है कि वहां के लोग सुखविंदर सिंह डैनी को एक बार जब लोकसभा सीट की टिकट मिली थी तो वह उन्हें आजमा चुके हैं और वहां के लोग भी किसी फ्रेश और नए चेहरे की मांग कर रहे हैं .वाल्मीकि समाज के अश्विनी बगानिया  के अलावा जितने भी  नाम चर्चा में है वह सारे एक्स एम एल ए हैं जिनको जनता उनके हलके में आजमा चुकी है इसलिए लोगों को इस बार वाल्मीकि समाज में से  नया और फ्रेश चेहरा की मांग निरंतर बढ़ जाने के कारण एडवोकेट अश्वनी बगानिया का नाम शीर्ष पर आ गया है .


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